जामिया हिंसा में पीएफआई की भूमिका जांच रही पुलिस

नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में दिल्ली के जामिया में हुई हिंसा में पुलिस पीएफआई की भूमिका की भी जांच कर रही है। पुलिस ने मंगलवार को जामिया हिंसा मामले में गिरफ्तार शरजील इमाम के खिलाफ साकेत कोर्ट में चार्जशीट दायर की। इसके बाद कोर्ट ने शरजील को 3 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। जेएनयू के पूर्व छात्र शरजील पर 15 दिसंबर को न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में भड़काऊ भाषण देने का आरोप है। 


मुख्य महानगर दंडाधिकारी न्यायाधीश गुरमोहिना कौर के समक्ष दायर चार्जशीट में पुलिस ने हिंसक घटना से जुड़े सीसीटीवी फुटेज, कॉल रिकॉर्ड और 100 से ज्यादा लोगों के बयानों को बतौर साक्ष्य पेश किया है। पुलिस ने बताया कि इस मामले में 17 लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका  है, जिनमें से 9 लोगों को न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी और आठ लोगों को जामिया इलाके से गिरफ्तार किया गया। 

सभी आरोपी स्थानीय निवासी हैं और पुलिस पीएफआई में इनकी संलिप्तता की भी जांच कर रही है। पुलिस ने शरजील के पास से लोगों को भड़काने को बनाए गए पम्फलेट व लैपटॉप बरामद किया है। पुलिस का दावा है कि लैपटॉप में हिंसा से जुड़ी सामग्री बरामद हुई है।