कोरोना वायरस संक्रमण के कारण अमेरिका में फंसे भारतीयों को वापस लाने की गुहार लगाते हुए हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई। साथ ही कहा गया कि कोरोना महामारी के कारण लोग अमेरिका में बेरोजगार हो गए हैं, जिससे उनकी परेशानी बढ़ गई हैं।
न्यायमूर्ति मनमोहन और न्यायमूर्ति संजीव नरूला की पीठ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस याचिका पर संज्ञान लिया और आगे की सुनवाई के लिए याचिका को मंगलवार के लिए सूचीबद्ध करने का निर्देश दिया, ताकि याचिका की प्रति केंद्र सरकार को सौंपी जा सके। यह याचिका युवती यास्मीन ताहिरा हुसैन के माता-पिता ने अधिवक्ता गौरव कुमार बंसल के माध्यम से दायर की है।
उन्होंने पीठ से गुहार लगाई है कि महामारी की वजह से अमेरिका में उनकी बेटी बेरोजगार हो गई है और ऐसी स्थिति में वहां से वापस भी नहीं लौट पा रही। उनकी बेटी के नियोक्ता ने उससे 20 मार्च को त्यागपत्र देने के लिए कहा, लेकिन लॉकडाउन की वजह से हवाई उड़ानें बंद होने के कारण वह अमेरिका के ब्रुकलिन में फंसी है।
साथ ही कहा गया कि अमेरिका में नौकरी कर रहे अनेक भारतीय भी बेरोजगार हो गए हैं। याचिका में कहा है कि यदि यात्रा प्रतिबंध और बढ़ता है तो उनकी बेटी के लिए अमेरिका से लौटना मुश्किल हो जाएगा और वह आय के नियमित स्रोत के बिना वह वहां लंबे समय तक नहीं रह पाएगी। क्योंकि, वह भोजन खरीदने और घर का किराया देने में समर्थ नहीं होगी।
याचिका में पीठ से आग्रह किया गया है कि वह विशेषकर यास्मीन ताहिरा हुसैन समेत संकट में फंसे अन्य भारतीयों को सुरक्षित वापस लाने के लिए केंद्र को निर्देश दे। याचिका में दावा किया गया है कि इस संबंध में उनकी बेटी ने वर्तमान में भारत वापसी के लिए न्यूयार्क स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास से भी संपर्क किया है, लेकिन उसे कोई जवाब नहीं मिला है।